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गाजीपुर जिले के गहमर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत खेलूराय पट्टी में दो गुटों के बीच वर्चस्व की पुरानी रंजिश ने बुधवार की रात खौफनाक रूप ले लिया। धारदार हथियार, लाठी-डंडे और गोलीबारी में दो युवकों की निर्मम हत्या कर दी गई, जबकि एक युवक अब तक लापता है। इस दोहरे हत्याकांड ने न सिर्फ इलाके को दहला दिया, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आने के बाद वाराणसी रेंज के डीआईजी वैभव कृष्ण के निर्देश पर एसपी डॉ. ईरज राजा ने कड़ी कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों पर गाज गिराई है।
क्या है पूरा मामला
26 सितंबर को गहमर थाना क्षेत्र के बुढ़वा महादेव मंदिर के पास दो गुटों के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान जमकर पथराव और कई राउंड हवाई फायरिंग हुई थी। इस घटना के अगले दिन 27 सितंबर को उपनिरीक्षक राजीव पांडेय ने दोनों पक्षों के कुल 11 आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इससे पहले 3 सितंबर को भी दोनों गुटों के बीच मारपीट और फायरिंग की घटना हो चुकी थी, लेकिन उस मामले में पुलिस ने छह दिन बाद एफआईआर दर्ज की। आरोप है कि तत्कालीन थाना प्रभारी ने दबाव बनाकर पीड़ित चंदन सिंह से तहरीर में बदलाव कराया था, जिससे मामला कमजोर हो गया।
तीन महीने बाद भड़की हिंसा, दो की हत्या
तीन महीने पुरानी रंजिश बुधवार देर रात करीब 12 बजे खूनी संघर्ष में बदल गई। खेलूराय पट्टी मोहल्ले में खेमनराय पट्टी निवासी विक्की सिंह (23) और बाबूराय पट्टी निवासी सौरभ सिंह (24) को पहले लाठी व रॉड से बेरहमी से पीटा गया, फिर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद दोनों शवों को पास के पोखरे में फेंक दिया गया।
घटना के समय उनके साथ मौजूद गोपाल राय पट्टी निवासी अंकित सिंह (25) लापता हो गया है। उसकी तलाश में पुलिस के साथ एसडीआरएफ की टीम पोखरे में सर्च ऑपरेशन चला रही है।
खूनी मंजर देख सिहर उठा इलाका
घटनास्थल पर सड़क, दीवारों और लोहे के गेट पर खून फैला मिला। पोखरे के किनारे शवों के क्षत-विक्षत अवशेष देख ग्रामीणों के होश उड़ गए। पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया।
आक्रोशित परिजनों ने लगाया जाम
हत्या से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने गुरुवार सुबह करीब 10 बजे गहमर कोतवाली गेट के सामने शव रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग 124-सी को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी हत्यारोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
सूचना पर डीआईजी वाराणसी वैभव कृष्ण और एसपी डॉ. ईरज राजा मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाया। आश्वासन के बाद शाम करीब 5:40 बजे जाम समाप्त हुआ।
पुलिस पर कार्रवाई
एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया कि सितंबर में हुई घटनाओं के समय शैलेश कुमार मिश्रा गहमर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक थे और मामले में सख्ती नहीं बरती गई। लापरवाही के आरोप में—
तत्कालीन कोतवाल व वर्तमान में सैदपुर थाना प्रभारी शैलेश कुमार मिश्रा – निलंबित
उपनिरीक्षक राजीव पांडेय – निलंबित
उपनिरीक्षक पन्नालाल यादव – निलंबित
वर्तमान गहमर कोतवाल दीनदयाल पांडेय – लाइन हाजिर
वहीं, मोहम्मदाबाद के कोतवाल प्रमोद कुमार को गहमर कोतवाली का नया प्रभारी बनाया गया है।
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
घटना के बाद से गहमर और आसपास के गांवों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस का दावा है कि हत्यारोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।













